धरा, जल, पवन सब साथ हैं, अब हलचल होनी चाहिये, समा बँधने को तैयार है, अब महफ़िल सजनी चाहिये! ........ Er. Himanshu Pandey ©Kavi Himanshu Pandey धरा, महफ़िल #beingoriginal #NojotoHindi