Nojoto: Largest Storytelling Platform

हर लम्हा खुद को तलाश रहे हैं ना जाने हम किस की महफ

हर लम्हा खुद को तलाश रहे हैं
ना जाने हम किस की महफ़िल में नाच रहे हैं
यूँ तो तन्हाई है दिल में 
फिर चहरे पर मुस्कराहट के साथ 
अपने आप को हर रंग में ढ़ाल रहे हैं
ना जाने कहाँ है 
ये कौनसी जगह है
बे खौफ बस चलते जा रहे हैं
 कि ठिकाना नहीं मंजिल का
हर लम्हा खुद को तलाश रहे हैं.......(2)

©writer....Nishu...
  #खुद_की_तलाश 😇