शीशे पे है नमी थोड़ी या है हमारे आंखों में, दिख रही क्यों तुम्हारी सुरत, ढूंढ रहे जो खुद को आईने में ।। शीशे पे है नमी थोड़ी या है हमारे आंखों में, दिख रही क्यों तुम्हारी सुरत, ढूंढ रहे जो खुद को आईने में ।। #the_undervalued_nib🍁 #ami_prk