"काश कि आँखों के बाज़ार में आँसुओं की किस्में मिल जाती ये जो कुछ लोग आँसुओं की नदी बहाने का ढोंग करते हैं, कम से कम पहचान में तो आते " #Merikalamserajsargam#nojotoHindi#आँसू#किस्म#ढोंग#पहचान