आखिर क्या कसूर है उसका?? महज तीन वर्ष की आयु में उसने ये सवाल किया.. लोगो ने दबाव दिया,अपनों ने नकार दिया.. उसके पावन अबोध मन को कौन समझाए.. एक काली रात ने उसके मासूमियत को शर्मसार किया.. तीन वर्ष की मासूम को समझ ना आया कि जिन अपनों ने प्यार दिया, उड़ने को पंख दिया,घर की नन्ही लक्ष्मी नाम दिया.. आज उन्होंने ही उसे क्यों नकार दिया .. क्यों उसे बेटी नहीं कलंक नाम दिया, जिस मां पिता ने उसको हमेशा दिर्घायु होने का आशीर्वाद दिया.. आज उन्होंने ही क्यों उसे शरीर त्यागने का अभिशाप दिया.. सवाल तो बस यही था कि आखिर कसूर क्या है उसका? इसी सवाल पर अपनों ने भी पराय होने का प्रमाण दिया। Shreya Mishra_ #आख़िर क्या कसूर है उसका??