आईने के सामने सच आईने के सामने सच नही छिपता जो जैसा है वो वैसा ही है दिखता भले ही दुनियाँ मे ओढ़ ले लबादे हजार आईने से बचकर कोई नही निकलता एक आईना ही है जो वक़्त- वक़्त पर तुम्हें खुद से रूबरू है कराता सच देखकर सामने हर इंसान है घबराता आईना पहचान होती है चेहरों की हर चेहरा आईने में खुद को स्पष्ट देख है पाता ©Dr Manju Juneja #aaine #सच #छुपता #रूबरू #झूठ #बोलता #वक़्त #इंसान #चेहरा #AdhureVakya