विश्व विजयहि रहे तिरंगा प्यारा... मकसद अदायी हे देश के काम आये यही ख्वाइश बनाई हे..... तिरंगे की अमर गाथाएं हमने भी सुनी हे ... इसके वर्चस्व को बढ़ाने में हिस्सेदारी हमारी हो खून का कतरा ना सही कुछ कोसिस हमारी हो..... हर देश भक्त का हे ये नारा.... ©G0V!ND DHAkAD #विजयदश्मी का #इतिहास #डॉ_हेडगेवार जी ने नागपुर में रचाया था जिस दिन इतिहास . 1925 का विजयदशमी का दिन था वह बड़ा ही मौका खास . डॉक्टर जी ने इस दिन संघ को #राष्ट्रसेवा के लिए स्थापित किया , इस मातृभूमि की निस्वार्थ सेवा करने का सब #स्वयंसेवकों ने प्रण लिया . निद्रिस्त भारत को पुनः संघ विचार ही जगा सकते हैं , भारत भूमि की सेवा के लिए स्वयंसेवक कभी नहीं थकते है . #राष्ट्रवादी विचारों के लिए संघ ही सच्ची पहचान है , अमर भगवा ध्वज लहराता हर सच्चे स्वयंसेवक की जान है . धर्म रक्षण , राष्ट्रभक्ति यही संघ