तनहाई की आजमाइश में तुझसे कितनी दूर रहता हूं, तेरी जिंदगी पहले जैसी हो जाए उस रव से यही कहता हूं, मांगने को तो अपनी खुशियों की रिहाई मांग सकता हूं, पर ये गम भी तो अपने हैं यही सोच कर सब सहता हूं #4u