मुझे अपनी पहचान बनाकर चलना है मुझे दुनिया में नाम कमाकर चलना है इंसान के दिल से नफ़रत मिटाना है मुझें चाहत का मुझें पैग़ाम सुनाकर चलना है मुझ को बनाने है सभी के सपने बेहतर उन्हीं सपनो को मुझें सजाकर चलना है मुझ को फुर्सत कहां दुनिया के कामों से बस थोड़ा सा वक़्त निकालकर चलना है ©® फिरोज खान अल्फ़ाज़ नागपुर प्रोपर औरंगाबाद बिहार स0स0-9231/2017 मुझे अपनी पहचान बनाकर चलना है मुझे दुनिया में नाम कमाकर चलना है इंसान के दिल से नफ़रत मिटाना है मुझें चाहत का मुझें पैग़ाम सुनाकर चलना है मुझ को बनाने है सभी के सपने बेहतर उन्हीं सपनो को मुझें सजाकर चलना है