मासूम सी थी वो, खिलौनों से खेलती थी अक्सर दिल की बाते वो, नजरो से बोलती थी दोष न कपड़ो का था, न नजरो का था क्योंकि लूटने वाला अपनों सा था।।। 😥 #कपड़ों से तो #पर्दा होता है साहब #हिफाजत तो #निगाहों से होती है #yqbaba 💔 #yqdidi #collab_azad