फ़कीर था मैं मेरी चाहत का, अमीर था सिर्फ़ एक वादा निभाने के लिए, खरीदा मुझे मेरी ही शराब ने, ज़माने को तमाशा दिखाने के लिए । - मोहित थोरेचा #shabab #Shayar #Hindi #hindi_poetry #findingyourself