है चांद को छूने की आश , हम करते रहेंगे अथक प्रयास , आज यदि अनुतीर्ण हुए हैं , तो कल हम उत्तीर्ण हो दिखलाएंगे , वो दूर नहीं दिन जब चांद पर भी हम अपना परचम लहराएंगे । संपर्क हमारा टूटा है , आश नहीं टूटी है पर , आज न सही कल फिर , ये वार हम दोहराएंगे , उपहास उड़ाने वाले को हम मीठा थप्पड़ जड़ जायेंगे, वो दूर नहीं दिन जब चांद पर भी हम अपना परचम लहराएंगे । रूठे चांद को मनाना हमें आता है, अब तो मंगल पर भी मंगलध्वनि गूंजेगी । पूर्ण यक़ीन है हमें अपने इसरो सुरविरों पर, चांद पर भी अपनी जमीन होगी । वर्षों के मेहनत का लोहा हम दुनियां वालों को मनवाएंगे। वो दूर नहीं दिन जब चांद पर भी हम अपना परचम लहराएंगे । #chandrayaan2 there is no failure in science.