जय सच्चिदानंद जी जब कोई नहीं था साथ मेरे, तब सतगुरु ने साथ निभाया। खुशी में भी गम में भी, सतगुरु को अपने साथ पाया। यू तो सब रहे आस पास भाई-बहन मां-बाप,प्रेमी लेकिन मेरे आंसु पोचने मेरा सतगुरु खुद चल कर मेरे पास आया। सही गलत सब सतगुरु ने समझ आया। भजन सिमरन की दाद बख्शा के, मुझे दुनियादारी से ऊपर उठाया संसार में रह कर भी मुझे संसार में ना रहना सिखाया। बस यू ही मुझे मोह माया से बचाए रखना, मेरी अंतर आत्मा को उस परमात्मा से मिलाए रखना #secondquote #satgurukripa #satgurukidiwani #satguruvachan #gurumukhi #naganlitirath #jaisachidanandji