लेती है इम्तिहान जिंदगी करती है परेशान जिंदगी कभी हम जिंदगी के पीछे भागते हैं भागती है कभी हमारे पीछे जिंदगी सुलझा देती है कभी सारी पहेलियां पहेली कभी खुद ही बन जाती है जिंदगी कभी वक्त के आगे चलाती पीछे कभी छोड़ आती जिंदगी कमजोर कभी बना देती कभी हिम्मत बन जाती है जिंदगी देती है हमें एहसास जिंदगी करती है हमसे उपहास जिंदगी आंखों के सामने क्या-क्या खेल रच जाती करती है हमें हैरान जिंदगी नखरे कभी है दिखाती कभी नखरे उठाती है जिंदगी जलवे कैसे कैसे दिखाती जिंदगी मुस्कुराने की कोई वजह बन जाती कभी गमों की बारिश बन जाती दिल बहलाने की साजिश कर जाती है जिंदगी मोनिका राठी #जिंदगी #कविता #shore