ये इश्क़ है बादलों का, जो बरस पड़ता है बूंद बनकर धरा पर, अनन्त दूरी होकर भी इतनी मोहब्बत करते हैं..!! कौन कहता है ये मेघ बेवफा होते हैं..? निभाते है आकाश से भी अपनी वफ़ा ये तो, कभी छोड़ते नही उस अंबर का दामन, और बरस कर इस प्यासी जमीं पर, अपना इश्क़ भी मुकम्मल करते हैं..!! कौन कहता है ये बादल बेवफ़ा होते हैं..? हो रुख हवा का तीक्ष्ण कितना भी ये अंबर के बाहों में होते हैं, सीखनी है वफ़ा तो कोई बादल से सीखे घुमड़कर धरती को अपने आगोश में लेते हैं..!! कौन कहता है के ये बादल बेवफ़ा होते हैं..? होता नही मिलन कभी धरती आकाश का, सीने में अपने ये एहसास रखते है, मिटेगी प्यास इस मोहब्बत में मिलन की, क्षितिज पे मिलने की भी आस रखते है, समाए हैं ये आसमां की धड़कन में, धरा के सीने में अपनी श्वास रखते है..!! कौन कहता है ये बादल बेवफ़ा होते हैं..?? #cloudslove #naturebeauty #yqquotes #astheticquotes # molika