जीवन में हर मोड़ पर हमको मुश्किलों ने घेरा हौसलों का लिया इम्तिहान हिम्मत को तोड़ा। आंधियों ने कुछ कहा और रोका हमारा रास्ता। अनसुना करके बढ़ गए, था मंजिल से वास्ता। रुकना नहीं झुकना नहीं था हौले से समझाया। आंधियों ने सुर में सुर मिलाके गीत खुशी का गाया। 📌निचे दिए गए निर्देशों को अवश्य पढ़ें..🙏 💫Collab with रचना का सार..📖 🌄रचना का सार आप सभी कवियों एवं कवयित्रियों को रचना का सार..📖 के प्रतियोगिता:-124 में स्वागत करता है..🙏🙏 *आप सभी 4-6 पंक्तियों में अपनी रचना लिखें। नियम एवं शर्तों के अनुसार चयनित किया जाएगा।