जो कदम बढ़ा चुके हैं जाने का.... उन्हें रोक कर भी क्या मतलब वापस बुला लाने का.. जो छोड़ चुके उस दोस्ती को.... तो क्या मतलब उन्हें अपने दर्दों को बतलाने का... जो समझ ही नहीं सकते हमारे आंसुओ को ... तो क्या मतलब उन्हें अपने आंसुओं को समझाने का.. जब जरूरत हो तब पास नहीं... तो फिर क्या मतलब हर वक़्त उस हाल - चाल के दिखावे का.... जब झूठ का दिखावा ऐसा था तुम्हारा ... तो ज़रा सोचो सच कैसा होगा हमारा ?..... #kaid ek awaz... ©Nishu Maurya.....(Arjnii) #dikhwa #kaidEkAwaz #lost