प्रेम, दया,संवेदना,जिनके हिय में होय। साँच अमर हैं कह रहे,सच्चा मानव होय ।। (१) 💘💘💘💘💘💘💘 परमारथ की भावना, जिनके करम समाय । है मानव में उच्च वो, दीनबन्धु कहलाय ।। (२) 🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹 प्रीति, दया,ममता नहीं, जिनकी छाती होत। बिना सींग,बिन पूँछ कै, वो नर पशु सम होत। (३) 🏵🏵🏵🏵🏵🏵🏵🏵 मानव ऐसा बावला,पाहन खोजे राम । जो पाथर उसने गढ़ा,उसमे खोजे राम ।। (४) 🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹 दोष तके खुद के नहीं,दूजे देवत दोष । मानव ऐसा बावला, कर्मण को दे दोष ।। (५) ✍✍✍✍✍✍✍ गुरुवर नदियाँ नाव है,गुरुवर खेवनहार । गुरु बिन है मिलता नहीं,खुशियों का उपहार ।। (६) 🖋🖋🖋🖋🖋🖋🖋🖋 गुरु बिन है मिलता नहीं,जीवन को आकार । ज्ञान बिना मिलता नहीं, जीने का आधार ।। (७) 🏵🏵🏵🏵🏵🏵🏵🏵 अमर'अरमान' ग्राम:-चुरई पुरवा पोस्ट:- बघौली जिला:- हरदोई राज्य:- उत्तर प्रदेश पिन कोड:- २४११२२ फ़ोन no:-7651997046 नीति के दोहे