रे!विहग तूँ क्यों आ गया मानवों के देश हैं तो हम दानव बस बदले हुए है भेष... ज्ञान बलहीन होकर सत्ता का मुखपेक्षी बना रहे यह कदापि समुचित नही बल्कि ज्ञान को बल संयुत होकर स्वयं को इतना मजबूत रखना चाहिए कि सत्ता व व्यक्ति उसकी उपेक्षा न कर सकें। हमारी संस्कृति अरण्यक संस्कृति रही हैं #saveearth #savetrees #savebirds #bird #पक्षी #जंगल #जंगल_बचाओ #buxwahaforest