बचपन और लंच ब्रेक वो सुबह - सुबह सकुल जाना रोज की तरह वही कारटुनस की बाते करना हर छोटी - छोटी बात पर एक दूसरे से झगड़ा करना . . कुछ एसा हुआ करता था हमारा बचपन !!! सकुल का काम पूरा ना किया करना जो किया करता था, तो सबसे पहले टीचर को कॉपी चेक करवाना ओर बाकियो की चुगली टीचर को लगाना . . कुछ एसा हुआ करता था हमारा बचपन !!! लंच ब्रेक के टाइम पर एक अलग सी खुशी चेहरे पर आना टिफिन भले ही 1 या 2 हुआ करते थे लेकिन खाने वाले 6-7 हुआ करते थे . वो अलग सी खुशी एस लिए हुआ करती थी कयोकी हम सब दोस्त साथ हुआ करते थे हम सब दोस्त साथ हुआ करते थे. ❤ वो भी दिन थे जब हम सब दोस्त साथ हुआ करते थे ❤