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ना जाने कितने सांवन आए,,आ के चले गए, बादल छाए और ब

ना जाने कितने सांवन आए,,आ के चले गए,
बादल छाए और बिन बरसे बादल निकल गए,,,,।

     ना जाने कितने सपने आंखों में सिमट गए,,,,,,,
कुछ पलकों पर सजे, कुछ। आंसुओं में बह गए।

आने का वादा किया था तूने,आया ना इस बार भी,
राह तकते रहे ये नैना, शायद आए इस बार तू,,,,।

जाने वाले जाते जाते,,मेरा भी संदेशा लेता जा।
मिलें अगर जो प्रियतम मेरे, उन्हें ये खत थमा देना।

कहना उनकी याद में ना जीती हूं,,,ना मरती हूं।
लव पर है नाम तेरा,,, आंखों में ख्वाब सुहाने है।

दिन बनें महीने,,,,,,,,,,,,,,, महीने बने साल,
अब तो आजा प्रियतम मेरे,, आने को है नया साल।
अल्फ़ाज़ मेरे ✍️🙏🏻🙏🏻

©Ashutosh Mishra #lightning 
न जाने कितने सावन के,,,,आ के चले गए।
बादल भी जाते,, और बिन बरसे चले गए।
दिन बनें महीने,,,,,, महीने बनें साल।
अब तो आ जा प्रियतम मेरे,,, आने को है नया साल ।
#NojotoTrending 
#nojotopoetry 
#nojotothought Let_the_word_comes_from_soul Hardik Mahajan neelu लाडली श्री राधे कवि आलोक मिश्र "दीपक"
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Ashutosh Mishra

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#lightning न जाने कितने सावन के,,,,आ के चले गए। बादल भी जाते,, और बिन बरसे चले गए। दिन बनें महीने,,,,,, महीने बनें साल। अब तो आ जा प्रियतम मेरे,,, आने को है नया साल । #NojotoTrending #nojotopoetry #nojotothought Let_the_word_comes_from_soul Hardik Mahajan @neelu लाडली श्री राधे @कवि आलोक मिश्र "दीपक"

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