वो जो कुर्सी पे बैठा है वो बुज़दील है फौलाद नहीं, जनता का दर्द वो क्या समझेगा जिसके घर औलाद नहीं, हम बुलंदियों पर उसको आज़मा रहे है अब उसके पांव डग- मगा रहे है, वो ज़ुल्म कर के भी मुत्मयिन ना हुआ हम दर्द सह कर भी मुस्कुरा रहे है, उसे तलब है किसी बड़ी जीत की हम धीरे धीरे उसे हरा रहे है!! #oppose #cab #nrc #shaiqueYusufzai #nojotoshayri