ऐ कलम तू मेरी सच्ची साथी है दिल जब बेचैन होता है तो पास तू ही आती है। तुझे छूकर एहसास अपने ही अस्क का लगता है मेरे सारे दर्द को कागज पर उकेरती है ओर लफ़्ज़ों से मुझे सहलाती है। ओर में भी नादानों के तरहा सभी शिकायते, शिक़वे तुझसे बया करता हु। क्या कमाल है साथ तेरा नजाने कब चलते चलते, अपना सर बोझ कागज पर उतर दिये। #NojotoQuote #सकुन