जिस मोड़ से गुजरे उसी मोड़ पे खड़े हैं ना जाने क्यों ये दिल के दर्द मेरे पीछे पड़े है ये बारिश का पानी नहीं मेरी आँखों के आँसू हैं जिसके छीटे अभी अभी तुम पे पड़े है ©shailesh pandit #dilkadard