मै ढलते सूरज सा शांत, तुम पूरे चांद का वो शोर, मै टूटा सा इक मोती, तुम मोतियों को बांधो वो डोर। मै तालाब का ठहरा पानी, तुम बहती हुई नदी की शोर, मै खुदमे कहीं गुमशदा सा, तुम गुमनामी में भी हो हर ओर ।। तुम महलों की खूबसूरत परी, मै ठहरा एक नाकामयाब सा चोर, तुम मदमस्त सी मोरनी, और मै बारिश देख नाचनेवाला मोर।।। मै खुद से ठुकराया हुआ सा, तुम बहती लेहरो का हो ठोर मै नाउम्मीदी से भरा हुआ, तुम अंधेरों को मिटानेवाली एक भोर।।।। #NojotoQuote #khadoos #mohabbat #ishk #tum #tumaurmai