Nojoto: Largest Storytelling Platform

ना दौलत,ना खेत -पथार ना, जायदाद के चाह बा। नईहर स

ना दौलत,ना खेत -पथार ना,
 जायदाद के चाह बा।
नईहर से बहिन के,
 बस एतने आस बा।
मां- बाबा के अंगनवां में ,
थोड़ा सा सम्मान चाही।
हर तीज-त्योहार में ,
भाई-भावज के दुलार चाही।
हर दिन हम करिले दुआं
भाई तोहरे खातिर।
जिंदगी भर सजाई तोहरे ,
कलाई पर राखी।
खुश रह आबाद रह तु,
हम इहे दुआं भाखी🙏🙏

©Mamta Singh
  राखी की हार्दिक शुभकामनाएं#
mamtasingh9974

Mamta Singh

Bronze Star
New Creator

राखी की हार्दिक शुभकामनाएं# #शायरी

85 Views