हर पूनम की रात चला आता है वो मिलने झरोखे से झांक मेज पर रखी डायरी पढ़ता है जिसमे लिखे है "प्रेमी" ने अपने भाव हवा के झोंके से पलटता है वो एक एक पृष्ठ और शब्दों में छिपे सारे भावो को वो पढ़ लेता है फिर एक तेज झोंके से बंद कर देना चाहता है वो प्रेमी की प्रेममाला परन्तु मध्य में रखी कलम उसे रोक देती है और देती है आमंत्रण पूनम की रात को पुनः आने का औढ़ा अपनी रजत चादर लौट जाता है वो अगली पूनम की रात को आने को प्रतिक सिंघल "प्रेमी" #पूनम_की_रात #डायरी #प्रेम_के_भाव #प्रेममाला #कलम #रजत #प्रेम #प्रेमी " पूनम की रात " #MoonHiding