देखो मौत का कैसा खेल चल रहा है... घर में हमें कैद होकर, जीने के लिए ही कमाना छोड़ना पड़ रहा है... जिन सांसों से शरीर में प्राण रहते हैं, आज उन सांसों का सौदा करना पड़ रहा है... कहते हैं मरने के बाद 2 गज जमीन ही काफी होती है, पर आज तो जीने के लिए एक बेड भी नहीं मिल रहा है... जीना तो जीना, मरने के बाद भी संघर्ष करना पड़ रहा है, अंतिम संस्कार के लिए भी, मुर्दे को भी कतार में खड़ा होना पड़ रहा है...! #164thquote #aestheticthoughts #yourquotedidi #yourquotebaba #pandemiccovid19