हम शांति से अशांत बैठे थे, तूफा को दिल में थामे बैठे थे। आँखों की गहराइयों में आँख डाल बैठे थे, हम खुद में खुद को भुला बैठे थे। हम मरे हुए दिल मे रौशनी जला बैठे थे, हवा को जंजीरों में जप्त कर बैठे थे रूह को जिस्म से गवा बैठे थे। हम उसके अतीत में अपना आज भुला बैठे थे। praajm_amit😣 #Language_of_tears ,#breakup, #Memories , #Lastlove Kavi Shyam Pratap Singh @ShubhRish