देखते हो किसी को जैसे तुम देखना नहीं चाहते खुद को यक़ीन जानो ये उसकी कोई तस्वीर नहीं आईने में तुम हो दो झूठ की और दो सच की तुम आंख लिए फिरते हो कुछ धुआं सांसें कुछ ख्वाबों की राख लिए फिरते हो धड़क रहा है सीने में डर यों देखने को रंगीनियों में गुम हो झूठ का तलिस्म टूटना तय है सच की निगरानी में तुम हो #toyou #yqprojection #yqworldly #yqimages #yqlife #yqjourney #yqjealousy