इतना मजबूर ना कर, बात बनाने लग जाए, तेरे सर की कसम झुठी खाने लग जाए। इतने सन्नाटे पिये मेरी समात ने कि अब, सिर्फ आवाज पे चाहुं तो निशाने लग जाए। मै अगर अपनी जवानी के सुना दुं किस्से, ये जो लौडें हैं मेरे पांव दबाने लग जाए। ☺️Kr. Gaurav☺️ Mai koi budhaa nhi ho gya hoon... #krGaurav#jwaniAttack