"पंकज" तू झल्ला जेहा हो गया... (Read In Caption) इक वारी फिर तो, मैं सोचा विच पे गया, प्यार मेरे दा मख़ौल बन रहा गया, करदा सी मैं गल्ला जदों, तेरे मेरे वियाह दियां, लोकी मैनूं कहन्दे सी, वियाह तो पहला ही तू, झल्ला जेहा हो गया,