आज कविता नहीं निकली उसे बूखार सा जो है देर तक सोया रहूं? इतवार सा जो है इस नुक्ते को पूरा कर लूं? खड़ा तैयार सा जो है रुकूं अभी या ज़ाहिर कर दूं? तुझसे प्यार सा जो है nukta #NaveenMahajan #TumBinIshqNahi