पूर्ण भर चुकी है अब गागर पापी के पाप के संचय की। नारी सम्मान की रक्षा हेतु है आवश्यकता अब निश्चय की। दो वंशों की हैं आधार जो मात पिता पति प्यारी हैं। करें सुंगधित जो परिवार को ऐसी ये पुष्प की क्यारी हैं। मुरझाने नहीं देना है हमें इन पुष्पों को क्यारी को। निश्चित करो निश्चय अपना निश्चिन्त बनाना नारी को। वीरों की धरा धूमिल हो गई क्या पुरूष रह गया नाम का? जो रक्षा न करे किसी नारी की ऐसा पौरुष किस काम का? जो दानव होने लगे निडर हैं भय का उन्हें भान करायेंगे। खण्ड खण्ड कर उन असुरों के भक्षण श्वानों को करायेंगे। करना है सफाया उन असुरों का जिनका उद्देश्य सताना है। भारत वर्ष की नारी को अब हमें भय से मुक्त कराना है। संकल्प नारी की रक्षा का ले करते हैं यह प्रण मन में। तब तक अन्याय न होने देंगे जब तक श्वास रहे तन में। #rape #rapevictim #rapefreeindia #yqdidi #yqbaba #people #life पुरुषों का कर्तव्य ........ पूर्ण भर चुकी है अब गागर पापी के पाप के संचय की। नारी सम्मान की रक्षा हेतु है