टूटता तारा... सोई उम्मीदों को जगाता खोई सपनों का किनारा नए नए रंग दिखाता बच्चों के चाहत का पिटारा खुद गगन से अलग हो लोगों को आस दिलाता...। अपना व्यकितत्व, अपनी परिभाषा, अपना आवास, प्रिय आकाश को छोड़ एक तारा धरती पर बस रहे लोगों में उम्मीद बांधता है। लोगों के प्रति अपना प्यार दिखाता है। यह प्राकृतिक दृश्य मनुष्य को कितना कुछ सिखा जाती है जो लोग नहीं समझ पाते...!