कुछ पंक्तियाँ ख़ुद्दारी की, कुछ पंक्तियाँ इश्क़ बीमारी की, जब मिलगयीं ये सब पंक्तियाँ, तो बन गईं पंक्तियाँ उठती चिंगारी की । 45