Talent खुद से बेहतर बनने की जंग रोज़ लड़े जाती हूँ ! अपने आप से बस इतना कहे जाती हूँ ! जो मेरे हिस्से में हैं वो मुझे मिलके रहेगा ! जो मेरे लिए रब ने ना चुना हो वो होकर भी मेरे पास बेकार ही रहेगा ! किसी रोज़ ख़्वाब में अगर अपना लक्ष्य दिख जाए तो मन को खुशियों से सराबोर कर जाता है ! इस नीली छतरी वाले के फैसले के आगे मेरा सर और खुशी से झुक जाता है ! अब तक उसने मेरी हर उलझन को बखूबी सुलझाया है! जिस रास्ते पर मेरे कदम डगमगाने लगे वहाँ उसने मेरे हौसले को बुलन्दियों तक पहुंचाया हैं ! आज भी अपनी पिछली कामयाबी को याद करके हिम्मत को बढ़ा लेती हूं डरे हुए को और डराने वाले लोगों से दूरी बना लेती हूं ! मुसाफिर हूँ.. चलना मेरा काम हैं , मंज़िल खुद मुझ तक चलके नहीं आएगी , उसको हासिल करना ही मेरा मुकाम है ! बस डट के चलते रहना होगा मुझे मुश्किलें खुद बखुद आसान हो जाएंगी ! मेरी मेहनत देखकर किस्मत भी अपना रुख बदल ही जाएगी ! कुछ मिले या न मिले एक अच्छी मुसाफिर तो ज़रूर बन जाउंगी !...... बनके मुसाफिर अपना निशा खुद मंज़िल पर छोड़ जाउंगी... ©jyotshna2000 #merimanzil #mererashtein ©jyotshna2000