हम #तमाशा बन गए है, दुनियां के बाज़ार में.! वो लगाता मोल भाव, ले जाता है खरीद के.! हो जाती नीलाम, सरेआम मेरी आबरु.! क्यों हमें कमज़ोर किया, मेरे ही अपने सभी.! बिन सहारे जी न पाते, गढ़ दी ऐसी काया है.! बना दिया अबला मुझे, कह दिया तू औरत है..? #अजय57 #तमासा