हम अपनी सोच के हारे हुए लोग है हम अपनी आदत के मारे हुए लोग है हमने ठानी तो दुनिया बदलने की है लेकिन हम सब दरिया, किनारे के लोग है ©Bhupendra Rawat #seagull हम अपनी सोच के हारे हुए लोग है हम अपनी आदत के मारे हुए लोग है हमने ठानी तो दुनिया बदलने की है लेकिन हम सब दरिया, किनारे के लोग है