बेख़ौफ़ फिरूं मैं, बेबाक शब्द परिप्रक्ष्य जटिल विचलित मन भयभीत हृदय... ये जीवन का मेरे सार है! कुंठित नीयत अभद्र भाषा पाखंड भरी बातें ही... लोगों का अब आधार है! #Motivation #बेबाक_हूं_मैं