शहर क्या देखें कहर मंजर में छाले पड़ गए ऐसी गर्मी है कि पीले फूल भी काले पड़ गए मैं अंधेरों से बचा लाया था अपने आपको मेरा दुख यह है कि मेरे पीछे उजाले पड़ गए ©Abhishek Tiwari मेरा दुख यह है