है आज दिन हरियाने का, दूध दही की खाने का, कुडता धोती खण्डका जूती वाले देसी बाणे का।। आपस के नोक झोंक का, गात तोड़न का बात फोड़न का अर रिश्ते नेग निभाने का, है आज दिन हरयाणे का।। नीम तले की खाट का, खाती सुनार दलित बाह्मण और जाट का,हाली हल अर कस्सी का तुड़ा गोसा और बरसी का , बुंगा पूली और हुक्का, बस मान समान का भूखा, ज्यांते दर्जा ऊँचा हरयाणे का।। खादर बांगर अर बजरी का, जहां एक घाट शेर और बकरी का, गाल में बात करन का अर हर बात में गाल बकन का, न्या पे न्या करण का जिसे कुरुक्षेत्र के रण का। मुह फोड़ के बात सुनाने का आज दिन से हरयाणे का। जय हरयाणा जय भारत।। #हरयाणा #जिंदाबाद