तुम देखना.. ( , विद्यार्थियों को समर्पित...!🇮🇳 ज़माना जहाँ से थक हार कर लौट आएगा,तुम देखना एक परिंदा,उससे आगे जाएगा अगर, मगर, किंतु, परंतु, काश टूट जाएंगे,आत्मबल से अड़चनों के,सभी पाश टूट जाएंगे...✨ तुम देखना,मेहनत तुम्हारी रंग लाएगी, ,और सँघर्ष भी सफल हो जाएगा बस हिम्मत से चलते रहिये, ,आज का तप उजला कल हो जाएगा.....✨ तुम देखना,माँ बाप की आंखों में चमक होगी,और मायूसी उनकी हट जाएगी सफलताएं तुम्हारी जब जगमग होगी,निराशा की काली घटाए सब छँट जायेंगीं....✨ तुम देखना,जीवन मे तुम्हारे बसंत की बहार होगी,सूखा और पतझड़ अब गुज़र जाएगा सच होंगे तेरे सपने,और जीवन तेरा संवर जाएगा....✨ तुम देखना,तुम्हारी रातों का जगना सफल होगा औऱ मीचि मीचि आँखे भी अब सुकून पाएगी,सब तरफ होंगे चर्चे तुम्हारे और जनता,तुम्हारे बोल गुनगुनाएँगी ...👌 तुम देखना,कौन, क्या, कैसे, क्यों और कितना के किस्से जड़ से कतई मिट जाएंगे,दुश्मन भी मिलेंगे गले तुझसे औऱ तेरे मुरीद हो जाएंगे...✅ तुम देखना,तेरा खुद से बातें करना, और नम आँखों मे जोश भरने की आदत,ऊर्जा बनकर अपनी रश्मि फैलाएगी सुकून मिलेगा सबको जैसे,संध्या काल में मंदिर की झालर बज जाएगी...✨ तुम देखना,यह सब सत्य होता तुम देखोगे साधना तुम्हारी आराधना बन जाएगी,सब अनुसरण करेंगे तुम्हें और सलामती तुम्हारी हर दिल की प्रार्थना बन जाएगी..हर दिल की प्रार्थना बन जाएगी...♥️✨ 🌻🌻🌻 ©पूर्वार्थ #विद्यार्थी