सुख चाहते हो तो दुख से डरते क्यों हो सबको अपना कहते हो फिर मरते क्यों हो मोहब्बत के दुस्मन हो फिर करते क्यों हो प्यार को बदनाम करके भी प्यार तुम करते क्यों हो प्यार किया तो डरना की