*अबसार* हुकूमत है मेरे दिल में उनके अबसार की पलकें झुकने और खुलनें,दिल मे प्यार तकरार की दिल का लब डब हुआ है जब जब तो अबसार ने इजाजत दी जाने समुंदर पर की थाम लिया धड़कन मैने उनके इशारों में ऐसा लगा कि थम गया आसमान सिर्फ एक तारे में शाम को जब पहुँची ठंडक , ऐसा लगा की उसने दी दस्तक रात हुई धीरे धीरे, सुबह हुई तो देखा कि ये महज़ एक सपना था, न कि हक़ीक़त ©rahul verma अबसार