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धड़कने लगी धड़कने हृदय की,बेधड़क होकर। देख रहा था

धड़कने लगी धड़कने हृदय की,बेधड़क होकर।
देख रहा था ख़्वाब हसीं,अभी जागा है सोकर।
JP lodhi 05/11/2023

©J P Lodhi.
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