देख तेरा प्रतिबिम्ब *चित्रफलक* में, हुआ भावविभोर मैं एकाएक। थी एक अजब सी *वीरता* तेरे अंदाज़ में, हुआ मुझे *प्यार* तेरी शालीनता देख। *गुलाब* की कोमलता को दें तेरे *होंठ* मात, आशा है बस यही कि रहें हम सदा *एक साथ*। अपनी तूलिका से कैसे करूँ मैं रंगों की बिसात, कहीं कर न दे सब बर्बाद, ज़ालिम बरसात का साथ। एक महकती *सुबह* के जैसी लगे तेरी मौजूदगी, मिल जाए *परमानन्द* जो देख ले तेरी काया। सर चढ़कर बोलने लगी है अब मेरी दीवानगी, हाए तौबा! क्या बनाया तुझे, देख ऊपरवाले की माया। छा गयी ख़ामोशी चहुँओर देख तेरा ये *कोरा* व्यक्तित्व *महान*, देख जिसे *भुरभुरा* जाए, कोई कठोर से भी कठोर इंसान। #PWpoDimo30 ••••••••••••••••••••••••••••••••••••• देख तेरा प्रतिबिम्ब *चित्रफलक* में, हुआ भावविभोर मैं एकाएक। थी एक अजब सी *वीरता* तेरे अंदाज़ में, हुआ मुझे *प्यार* तेरी शालीनता देख। *गुलाब* की कोमलता को दें तेरे *होंठ* मात,