तेरे साथ मेरे दो कदम मोहब्बत की उड़ान हैं तुझे सोचना इबादत और चाहना मेरा ईमान हैं तुम्हें जो दर्द हो तो साँस मेरी फिर रुकती हैं जैसे एक बुलबुल में कैद मेरी छोटी सी जान हैं हाथ के नाखूनों से जैसे पहाड़ हो काटना कौन कहता हैं यार ये इश्क़ बहुत आसान हैं उस महकते गुलाब से बढ़ जाती है कद्र मेरी वरना हम तो कोने में रखें ,टूटे हुए गुलदान हैं मेरे नाम से अब कौन मुझे जानता है शहर में तेरे नाम से ही यार अब मेरी सारी पहचान है #yqdidi #love #yqbaba #vishalvaid #विशालवैद #गुलदान #जान