मेरे इश्क़ मै न थी ताकत जो कह देता तुमसे तुम हो जाओ किसी और की मै तुम्हारा रहूँगा मै आसमान मै भटका प्यासा परिंदा सा हू जैसे सूखी नदियों का किनारा रहूँगा मै तुम्हारा रहूँगा टूटी कलम