किसी का बड़ा बंगला देख मुझे छोड गये , ज़िन्दगी की यही असलियत है न ........ खबाबों में आने से खुद को कैसे रोकेंगे वो , मेरे खबाब तो मेरी ही मालकियत हैँ न ..... Owner